संभल में 46 साल बाद शिव मंदिर का पुनरुद्धार: एक ऐतिहासिक घटना


गणेश कुमार स्वामी   2024-12-16 01:18:05



उत्तर प्रदेश के संभल जिले के खग्गुसराय सराय क्षेत्र में 46 वर्षों के बाद एक शिव मंदिर के द्वार पुनः खोले गए हैं, जिससे स्थानीय समुदाय में हर्ष की लहर है। यह मंदिर 1978 में बंद कर दिया गया था, और अब प्रशासनिक प्रयासों से इसे पुनर्जीवित किया गया है।

मंदिर का इतिहास और पुनरुद्धार

इस मौहल्ले के पुराने हिन्दु वाशिंदों के अनुसार मंदिर को लगभग 400 से लेकर 1000 साल तक पुराना बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय निवासियों ने बताया, कि मंदिर के पास एक कुआँ भी है तब उनके बताए अनुसार प्रशासन द्वारा मंदिर के साथ बने एक रेम्प को तोडा गया तो एक कुआं भी मिला जिसे रेत डालकर बंद किया हुआ था और उस पर रेम्प बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया था। 

46 सालों से बंद पड़ा था मंदिर 

संभल के खग्गुसराय सराय क्षेत्र में स्थित यह शिव मंदिर 1978 से बंद पड़ा था। स्थानीय लोगों के अनुसार, दंगों के बाद हिंदू परिवारों के पलायन के कारण मंदिर बंद कर दिया गया था। हाल ही में, प्रशासन ने बिजली चोरी रोकने के अभियान के दौरान मंदिर की पहचान की और उसके द्वार खोले। साथ ही, जेसीबी मशीन से खुदाई में एक प्राचीन कुआं भी मिला, जिसे साफ किया गया। 

प्रशासन की भूमिका और स्थानीय प्रतिक्रिया

संभल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्रा ने बताया, कि मंदिर पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया था, जिससे यह बंद पड़ा था। उन्होंने कहा, मंदिर में भगवान शिव और भगवान हनुमान की मूर्तियां हैं। सर्किल ऑफिसर अनुज कुमार चौधरी ने भी पुष्टि की कि मंदिर में मूर्तियां पाई गई हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है, जिससे धार्मिक स्थल पुनः सक्रिय हो सके हैं। 

क्षेत्र में हाल की घटनाएं

यह घटना शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद हुई है, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था। हालांकि, मंदिर के पुनरुद्धार से स्थानीय समुदाय में सकारात्मक माहौल बना है।

संभल में 46 वर्षों बाद शिव मंदिर का पुनरुद्धार एक महत्वपूर्ण घटना है, जो प्रशासन की सक्रियता और स्थानीय समुदाय की एकता को दर्शाता है। यह घटना धार्मिक स्थलों के संरक्षण और पुनरुद्धार की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।