मुजफ्फरनगर में मां-बेटियों की सामूहिक आत्महत्या: घरेलू विवाद के चलते तीन की मौत से हड़कंप
गणेश कुमार स्वामी 2024-12-14 02:13:55
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खांजापुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मां ने अपनी दो नाबालिग बेटियों के साथ आत्महत्या कर ली। तीनों के शव घर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर लटके हुए पाए गए, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, 30 वर्षीय रुकमणि ने अपनी 7 वर्षीय बेटी नायरा और 3 वर्षीय बेटी पीहू के साथ फांसी लगाकर जान दी। तीनों पीनना गांव के रहने वाले अंकुश चौधरी के परिवार के सदस्य थे। अंकुश भोपा रोड की बिंदल पेपर मिल में काम करते हैं, जबकि उनकी मां ओमबीरी एक सर्राफ की दुकान में कार्यरत हैं।
घरेलू विवाद का संकेत
पुलिस ने बताया, कि रुकमणि और अंकुश के बीच किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था, जिसके चलते रुकमणि ने यह कदम उठाया। गुरुवार रात जब अंकुश और उसकी मां ओमबीरी ड्यूटी से लौटे, तो घर का गेट बंद मिला। गेट बंद होने पर दोनों पड़ोसियों के घर पर सो गए। शुक्रवार सुबह भी गेट नहीं खुला, तो पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने गेट तोड़कर अंदर दाखिल होकर तीनों शवों को नीचे उतारा।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सिटी एसपी सत्यनारायण प्रजापति ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की जांच शुरू की है। मूल रूप से पीनना गांव के रहने वाले अंकुश चौधरी का परिवार पिछले कुछ दिनों से खांजापुर में अपने नए मकान में रह रहा था।
समाज पर प्रभाव
इस घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि रुकमणि एक शांत स्वभाव की महिला थीं, और इस प्रकार के कदम उठाने की उम्मीद नहीं थी। पड़ोसियों ने बताया कि परिवार में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं था, जिससे यह घटना और भी रहस्यमय बन गई है।
मुजफ्फरनगर के खांजापुर गांव में मां-बेटियों की सामूहिक आत्महत्या ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि आत्महत्या के कारणों का पता चल सके। यह घटना घरेलू विवादों के गंभीर परिणामों को दर्शाती है, और समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।