नासा का नया प्रयोग: वायुमंडलीय जांच के लिए सस्ते और प्रभावी उपकरण की सफलता की उड़ान


गणेश कुमार स्वामी   2024-12-14 02:10:06



नासा के आर्मस्ट्रॉन्ग फ्लाइट रिसर्च सेंटर ने वायुमंडलीय जांच के एक नए और सस्ते तरीके पर काम करते हुए सफलता हासिल की है। यह प्रयोग न केवल अंतरिक्ष अनुसंधान को और सटीक बनाएगा, बल्कि सौर मंडल के रहस्यों को उजागर करने में अहम भूमिका निभाएगा। 22 अक्टूबर को इस प्रोटोटाइप की उड़ान ने इसे साबित कर दिया कि यह मॉडल न केवल कार्यशील है, बल्कि भविष्य के मिशनों के लिए भी प्रभावी है।

नई अवधारणा: छोटे कदम, बड़ी छलांग

वायुमंडलीय जांच उपकरण को छोटे स्तर पर विकसित और परीक्षण करने की योजना 2023 में सेंटर इनोवेशन फंड से मिली मदद से शुरू हुई। इस प्रयोग का उद्देश्य छोटे और सस्ते उपकरणों के जरिए ग्रहों के वायुमंडल से डेटा इकट्ठा करना है। यह नया प्रोटोटाइप, जो 28 इंच लंबा है, नासा के 1960 के दशक के लिफ्टिंग बॉडी एयरक्राफ्ट रिसर्च से प्रेरित है।

जॉन बोडील्स्की, जो इस परियोजना के प्रमुख अन्वेषक हैं, ने कहा, यह उड़ान पूरी तरह से स्थिर थी। अब हम इसे अधिक ऊंचाई से उड़ाने और इसके प्रदर्शन में सुधार के लिए कई और परीक्षण करेंगे।

पहली असफलता से मिली सीख

1 अगस्त को पहले परीक्षण में यह उपकरण अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सका। क्वाड रोटर विमानों से जुड़े वायुगतिकीय चुनौतियों और रिलीज़ मैकेनिज्म में कमियों ने प्रोजेक्ट टीम को गहराई से पुनर्मूल्यांकन करने के लिए प्रेरित किया। जस्टिन हॉल, नासा के छोटे, मानव रहित विमान प्रणाली के प्रमुख पायलट, ने कहा, पहले परीक्षण की विफलता ने हमें हर पहलू पर दोबारा विचार करने के लिए प्रेरित किया, जिसके बाद हमने इसे बेहतर बनाया।

22 अक्टूबर की ऐतिहासिक उड़ान

22 अक्टूबर की उड़ान में संशोधित रिलीज़ मैकेनिज्म, उल्टा रिलीज़ करने की तकनीक, और फ्लाइट कंट्रोल सतहों में सुधार के बाद प्रोटोटाइप को स्थिर और स्तरित उड़ान प्राप्त हुई। टीम ने 560 फीट की ऊंचाई से उड़ान शुरू की, और बोडील्स्की ने पुष्टि की कि अब उच्च ऊंचाई से परीक्षण किया जाएगा।

भविष्य की योजनाएं और सुधार

जॉन बोडील्स्की ने कहा, अब हमारा ध्यान इसे और ऊंचाई से उड़ाने और अधिक डेटा इकट्ठा करने पर है। उड़ान से प्राप्त वीडियो और फोटो की समीक्षा के बाद टीम ने अगली पीढ़ी के वायुमंडलीय जांच उपकरण के लिए सुधार के क्षेत्रों की पहचान की।

जस्टिन हॉल ने कहा, हमने पहले असफल परीक्षण से जो सीखा, उसे मौजूदा मॉडल में लागू किया और यह सफल साबित हुआ।

सौर मंडल के रहस्यों को उजागर करने की दिशा में बड़ा कदम

यह वायुमंडलीय जांच उपकरण अगर मिशन के लिए चुना जाता है, तो यह सैटेलाइट के जरिए ग्रहों के वायुमंडल में भेजा जाएगा। वहां यह उपकरण ग्रह के वायुमंडल में प्रवेश करेगा और सौर मंडल के गठन के सुराग के लिए डेटा एकत्र करेगा।

अंतरिक्ष अनुसंधान में नई क्रांति की शुरुआत

नासा का यह प्रयोग यह साबित करता है कि छोटे और सस्ते उपकरण भी बड़ी खोजों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह प्रोजेक्ट न केवल वैज्ञानिकों को नए उपकरणों के डिजाइन के लिए आत्मविश्वास देगा, बल्कि अंतरिक्ष अनुसंधान को और सरल और प्रभावी बनाएगा।