टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ की आत्महत्या के मामले में पत्नी और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप, नोटिस हुए चस्पा
गणेश कुमार स्वामी 2024-12-14 02:02:55
बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर कंपनी के वरिष्ठ टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ अतुल सुभाष की आत्महत्या ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। उनके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट और वीडियो में पत्नी निकिता सिंघानिया और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने जांच तेज कर दी है और उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के खोया मंडी इलाके में निकिता सिंघानिया के घर पर नोटिस चस्पा किया है।
सुसाइड नोट और वीडियो में लगाए गए आरोप
अतुल सुभाष ने आत्महत्या करने से पहले 24 पृष्ठों का सुसाइड नोट और 81 मिनट का एक वीडियो छोड़ा। इसमें उन्होंने अपनी पत्नी निकिता, उनकी मां, भाई, और चाचा पर उत्पीड़न और धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए। अतुल ने यह भी दावा किया कि उनसे 3 करोड़ रुपये की मांग की गई थी और अपने चार वर्षीय बेटे से मिलने के लिए 30 लाख रुपये देने का दबाव बनाया गया। इस मामले में अतुल के भाई विकास कुमार ने बेंगलुरु पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई।
निकिता और परिवार का घर बंद
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के खोया मंडी इलाके में स्थित निकिता सिंघानिया के घर पर बेंगलुरु पुलिस ने नोटिस चस्पा किया। नोटिस में निकिता, उनकी मां निष्ठा सिंघानिया, और भाई अनुराग सिंघानिया को तीन दिनों के भीतर पुलिस के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया। स्थानीय पड़ोसियों ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद से ही परिवार ने घर छोड़ दिया है।
परिवार का बयान और आरोपों से इनकार
निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया ने कहा, कि वे इस मामले में निर्दोष हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अतुल और निकिता के बीच पिछले तीन वर्षों से कोई संपर्क नहीं था और उनके परिवार का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। सुशील ने यह भी कहा कि वे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास रखते हैं और निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।
पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई
बेंगलुरु पुलिस ने निकिता सिंघानिया और उनके परिवार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, सभी पक्षों की जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी कहा कि निकिता और उनके परिवार को पेश होने के लिए समन भेजा गया है और अगर वे पेश नहीं होते हैं, तो आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आत्महत्या और समाज में बढ़ती तनाव की घटनाएं
अतुल की आत्महत्या ने वैवाहिक विवादों और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर गंभीर सवाल उठाए हैं। इस मामले ने दर्शाया कि कैसे व्यक्तिगत विवाद और पारिवारिक तनाव व्यक्ति को आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर कर सकते हैं।
यह मामला केवल एक परिवार का निजी मुद्दा नहीं, बल्कि समाज में वैवाहिक विवाद और उत्पीड़न के बढ़ते मामलों की ओर भी इशारा करता है। पुलिस और न्यायपालिका की निष्पक्ष जांच से ही यह तय होगा कि आरोप कितने सही हैं।