अजमेर के जेएलएन अस्पताल में 12 किलो की कैंसर गांठ का सफल ऑपरेशन : चिकित्सकों की टीम ने बचाई मरीज की जान


गणेश कुमार स्वामी   2024-12-06 05:12:01



अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के कैंसर विभाग में चिकित्सकों की टीम ने एक जटिल ऑपरेशन कर 32 वर्षीय युवक के पेट से 12 किलो की कैंसर की गांठ और 3 से 4 किलो टॉक्सिक फ्लूइड निकालकर उसकी जान बचाई। यह ऑपरेशन लगभग पांच घंटे तक चला। 

मरीज की स्थिति: गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं

नसीराबाद के सालोद गांव के निवासी इस युवक को पेट में असहनीय दर्द, शौच और गैस पास करने में कठिनाई, किडनी की खराबी, खून की कमी और प्रोटीन की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। गांठ के दबाव के कारण उसके शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित हो रहे थे, जिससे उसकी जान को गंभीर खतरा था। 

ऑपरेशन की प्रक्रिया: चिकित्सकों की टीम का समर्पण

कैंसर सर्जन डॉ. अर्पित जैन और उनकी टीम ने मरीज की सभी रिपोर्ट्स का अध्ययन कर ऑपरेशन की योजना बनाई। ऑपरेशन के बाद मरीज की निरंतर मॉनिटरिंग की गई, और अगले दिन ही उसने चलना शुरू कर दिया। तीन दिन में ही उसकी आंतों ने काम करना शुरू कर दिया। 

मरीज की रिकवरी: स्वास्थ्य में सुधार

ऑपरेशन के बाद मरीज ने खाना-पीना शुरू किया, और उसका शौच और गैस पास होना सामान्य हो गया। डॉ. जैन ने बताया कि मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे गुरुवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। 

अस्पताल की उपलब्धि: कैंसर सर्जरी की सुविधा

जेएलएन अस्पताल में कैंसर सर्जरी की सुविधा उपलब्ध होने से शहरवासियों को अब बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। अस्पताल में 76 करोड़ रुपये की लागत से नए निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, जिससे चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार होगा। 

चिकित्सकों की टीम की सराहना

इस सफल ऑपरेशन से चिकित्सकों की टीम की समर्पण और कौशल का प्रदर्शन हुआ है। अस्पताल में कैंसर सर्जरी की सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी।