राजस्थान विधानसभा उपचुनाव 2024 : बीजेपी का शानदार प्रदर्शन, कांग्रेस को झटका


गणेश कुमार स्वामी   2024-11-23 07:12:33



राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए उम्मीद से ज्यादा सकारात्मक रहे। बीजेपी ने इनमें से पांच सीटों पर जीत दर्ज कर अपनी विधानसभा में संख्या 113 से बढ़ाकर 118 कर ली है, जबकि कांग्रेस को करारा झटका लगा। ये नतीजे 2024 के चुनावी समीकरणों पर गहरी छाप छोड़ने वाले हैं।

बीजेपी की जीत : डबल इंजन सरकार पर जनता का भरोसा

बीजेपी ने देवली-उनियारा, सलूंबर, रामगढ़, खींवसर और झुंझुनू सीटों पर शानदार जीत हासिल की। दौसा सीट पर रिकाउंटिंग में भी कांग्रेस के डीसी बैरवा ने 2,300 वोटों से जीत दर्ज की, जबकि चौरासी सीट भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के खाते में गई। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने इसे डबल इंजन सरकार पर जनता के भरोसे का परिणाम बताया।

कांग्रेस की हार : विकास कार्यों की कमी बनी कारण

कांग्रेस पार्टी को इस उपचुनाव में करारा झटका लगा। पार्टी के पास पहले चार सीटें थीं, लेकिन अब यह संख्या घटकर केवल दो रह गई है। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाई। उन्होंने विकास कार्यों की कमी और जनता के साथ अनादर को हार का मुख्य कारण बताया।

कार्यकर्ताओं और मुख्यमंत्री की मेहनत का फल

बीजेपी की जीत का श्रेय मुख्यमंत्री और कार्यकर्ताओं को दिया गया। राठौड़ ने कहा कि 11 महीनों में सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाने में कार्यकर्ताओं ने बड़ी भूमिका निभाई। यह जीत सामूहिक प्रयासों का नतीजा है।

दौसा सीट पर रोमांचक मुकाबला

दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी डीसी बैरवा ने 75,536 वोट पाकर जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी के उम्मीदवार को 73,236 वोट मिले। यह सीट कांटे की टक्कर का केंद्र रही। हालांकि, बाकी पांच सीटों पर बीजेपी ने स्पष्ट जीत दर्ज की।

सात सीटों पर उपचुनाव : क्या संकेत दे रहे हैं नतीजे?

इन सात सीटों पर 13 नवंबर को मतदान हुआ था और 23 नवंबर को नतीजे घोषित हुए। उपचुनाव से यह स्पष्ट है कि बीजेपी अपनी पकड़ मजबूत कर रही है, जबकि कांग्रेस का जनाधार कमजोर हो रहा है। इन नतीजों से 2024 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए चुनौती बढ़ गई है।

कांग्रेस के लिए सबक और बीजेपी का बढ़ता मनोबल

इन उपचुनावों ने कांग्रेस को जनता की नब्ज समझने का सबक दिया है। वहीं, बीजेपी के लिए यह नतीजे आगामी रणनीति तैयार करने में मददगार साबित होंगे।