जापान को मिला नया प्रधानमंत्री: शिगेरु इशिबा बने 102वें पीएम, किशिदा ने दिया इस्तीफा
गणेश कुमार स्वामी 2024-10-02 04:58:01
जापान की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ है। तीन साल तक जापान के प्रधानमंत्री रहे फुमियो किशिदा ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब शिगेरु इशिबा को जापान का 102वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। जानिए, क्यों और कैसे हुआ यह बड़ा राजनीतिक बदलाव।
विस्तृत रिपोर्ट:
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने अपने तीन साल के कार्यकाल के बाद 1 अक्टूबर 2024 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद, जापान के नए प्रधानमंत्री के रूप में 67 वर्षीय शिगेरु इशिबा को चुना गया है। यह फैसला जापान की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) ने लिया, जिसके पास देश की संसद में बहुमत है। इशिबा ने LDP के प्रमुख चुनाव में कड़ी टक्कर देते हुए आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची को पराजित किया। ताकाइची को 194 वोट मिले, जबकि इशिबा को 215 वोटों के साथ जीत मिली।
किशिदा का कार्यकाल और इस्तीफा:
किशिदा ने अगस्त 2024 में ही यह घोषणा कर दी थी कि वह अपने कार्यकाल के अंत में पुनः चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने अपने बयान में कहा कि तीन साल के कार्यकाल में उन्होंने कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना किया, जिनमें आर्थिक और सामाजिक नीतियों के साथ-साथ कूटनीतिक मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने अपनी नीतियों के जरिए जापान के लिए परिवर्तन को ताकत में बदलने का प्रयास किया। किशिदा का कार्यकाल आर्थिक सुधारों, कोविड-19 से उबरने और चीन के साथ बढ़ते तनाव के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण रहा।
शिगेरु इशिबा की जीत:
शिगेरु इशिबा, जो पूर्व में जापान के कृषि मंत्री रह चुके हैं, ने चुनाव में जीत दर्ज कर जापान के नए प्रधानमंत्री बनने की राह तय की। इशिबा ने अपने चुनावी अभियान में जापान की सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया था। चुनाव में उनकी प्रतिद्वंदी साने ताकाइची थीं, जो जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने की कोशिश कर रही थीं। हालांकि, इशिबा ने उन्हें 21 वोटों के मामूली अंतर से हरा दिया। इससे पहले भी ताकाइची ने 2021 में किशिदा के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
इशिबा का भविष्य के लिए एजेंडा:
अब जब शिगेरु इशिबा जापान के प्रधानमंत्री बने हैं, उनका मुख्य फोकस देश की सुरक्षा, आर्थिक विकास और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर रहेगा। जापान को चीन के साथ बढ़ते तनाव और उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में इशिबा की नई सरकार को इन चुनौतियों से निपटना होगा। इसके अलावा, आर्थिक सुधार और युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने जैसे मुद्दे भी उनकी प्राथमिकता में रहेंगे।
किशिदा के इस्तीफे पर प्रतिक्रियाएं:
किशिदा के इस्तीफे के बाद जापान की जनता और राजनीतिक विशेषज्ञों की मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ ने उनके कार्यकाल की सराहना की, जबकि अन्य ने उनके द्वारा उठाए गए आर्थिक कदमों की आलोचना की। किशिदा का इस्तीफा एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है, जब जापान कई आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना कर रहा है। हालांकि, उन्हें उनके नीतिगत सुधारों और कोविड-19 संकट के दौरान उठाए गए कदमों के लिए याद किया जाएगा।
अगले कदम:
इशिबा जल्द ही नई LDP कार्यकारिणी का गठन करेंगे और अपनी नई कैबिनेट तैयार करेंगे। उनकी नई सरकार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों का सामना करना पड़ेगा, जिनमें जापान की सुरक्षा नीति, चीन के साथ तनावपूर्ण संबंध और देश की आर्थिक स्थिति प्रमुख हैं। इशिबा का नेतृत्व यह तय करेगा कि जापान कैसे आगे बढ़ेगा और इन चुनौतियों का समाधान करेगा।